"Israel, the Red Heifer, and the Third Temple: Unveiling the Biblical Truth"

इज़राइल, लाल बछिया और Third Temple: बाइबिलिक सच्चाई का खुलासा

"Israel, the Red Heifer, and the Third Temple: Unveiling the Biblical Truth"



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आजकल यूट्यूब और सोशल मीडिया पर एक ही चर्चा:

“इज़राइल में लाल बछिया (Red Heifer) का बलिदान हो चुका है, अब Third Temple बनने वाला है, और Antichrist आने वाला है!”

क्या ये सच है?
क्या बाइबिल में Third Temple के लिए लाल बछिया का बलिदान ज़रूरी है?
क्या यह अंत समय की भविष्यवाणियों का हिस्सा है?

इस ब्लॉग में हम बाइबिल के दृष्टिकोण से इस पूरे विषय को विस्तार से समझेंगे, ताकि आपको कोई कन्फ्यूज़न न रहे।


1. Third Temple बनाने में इज़राइल की 4 बड़ी चुनौतियाँ

1️⃣ स्थान विवाद – Temple Mount

  • यहूदियों का विश्वास है कि पहला और दूसरा मंदिर यहीं था।

  • आज यहाँ अल-अक्सा मस्जिद और डोम ऑफ़ द रॉक स्थित हैं — इस्लाम का तीसरा सबसे पवित्र स्थल।

  • अगर यहाँ निर्माण होता है, तो मुस्लिम दुनिया में भारी विरोध और संभवतः विश्व युद्ध छिड़ सकता है।

2️⃣ राजनीतिक दबाव

  • फिलिस्तीन, जॉर्डन, तुर्की, ईरान जैसे इस्लामी देशों का कड़ा विरोध।

  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर UN और US जैसे देश हस्तक्षेप कर सकते हैं।

3️⃣ मसीहा का आगमन

  • कुछ यहूदी रब्बी मानते हैं कि पहले मसीहा आएगा, फिर मंदिर बनेगा।

  • Temple Institute जैसे समूह चाहते हैं कि पहले से तैयारी कर ली जाए।

4️⃣ याजकों की शुद्धता

  • मंदिर सेवा शुरू करने के लिए आवश्यक है शुद्धिकरण

  • इसके लिए चाहिए: निर्दोष Red Heifer जिसकी राख से शुद्धिकरण जल बनाया जाए।


2. Temple Mount की वर्तमान स्थिति

  • नियंत्रण: सुरक्षा इज़राइल के पास, धार्मिक प्रबंधन जॉर्डन (Waqf) के पास।

  • इतिहास: 1967 के Six-Day War के बाद इज़राइल ने यरुशलम पर नियंत्रण लिया लेकिन Temple Mount का धार्मिक प्रशासन वापस लौटा दिया।

  • निष्कर्ष: इज़राइल चाहकर भी यहाँ निर्माण शुरू नहीं करता क्योंकि इससे मुस्लिम देशों की भयंकर प्रतिक्रिया होगी।


3. लाल बछिया का बाइबिलिक विवरण

📜 गिनती 19 (Numbers 19)

“इस्राएलियों को यह व्यवस्था बताओ — कि वे एक लाल रंग की निर्दोष बछिया लाएँ, जिसमें कोई दोष न हो और जिस पर कभी जुआ न डाला गया हो।”

  • बलिदान छावनी के बाहर किया जाता था।

  • खून सात बार तंबू की ओर छिड़का जाता था।

  • पूरी बछिया, चमड़ा, मांस, खून, मल — सब जलाए जाते थे।

  • राख को शुद्ध स्थान पर रखा जाता था और शुद्धिकरण जल बनाने के लिए उपयोग होता था।

⚠️ उद्देश्य:

  • मृत व्यक्ति को छूने से हुई अशुद्धता को दूर करना।

  • मंदिर में प्रवेश और पवित्र सेवा के लिए आवश्यक शुद्धता प्रदान करना।


4. क्या Third Temple के लिए लाल बछिया ज़रूरी है?

  • बाइबिल में कोई भविष्यवाणी नहीं कि Third Temple से पहले लाल बछिया का बलिदान होगा।

  • ये मान्यता यहूदी परंपरा और Mishneh Torah से आती है।

📚 Mishneh Torah के अनुसार:

  • मूसा से दूसरे मंदिर के विनाश (70 ईस्वी) तक 9 लाल बछिया बलिदान हुईं।

  • 10वीं बछिया मसीहा के समय आएगी।


5. वर्तमान अपडेट (2025)

  • 2022 में अमेरिका से 5 लाल बछिया इज़राइल लाई गईं।

  • Temple Institute ने 3 को अयोग्य घोषित किया, लेकिन 2 अब भी योग्य हैं।

  • इज़राइल किसी भी समय बलिदान कर सकता है।


6. Antichrist और अंत समय की भविष्यवाणी

📖 मत्ती 24:15–16

“जब उजाड़ने वाली घृणित वस्तु पवित्र स्थान में खड़ी होगी… तब जो यहूदिया में हों, वे पहाड़ों पर भाग जाएँ।”

  • Antichrist मंदिर में बैठकर स्वयं को ईश्वर कहेगा।

  • लाल बछिया का बलिदान → याजकों की शुद्धता → मंदिर निर्माण → Antichrist का प्रकट होना।


7. मसीही विश्वासियों के लिए चेतावनी और आशा

📖 इब्रानियों 9:13–14

“यदि बैलों और बछियों का लहू और राख अशुद्ध को शुद्ध करती है, तो मसीह का लहू हमारी आत्मा को कितना अधिक शुद्ध करेगा।”

  • लाल बछिया शुद्धता का प्रतीक थी, लेकिन यीशु मसीह ही अंतिम बलिदान हैं।

  • New World Order और 666 का निशान अंत समय में लागू होगा।

  • हमें विश्वास में बने रहना है, मन फिराना है, और Born Again होना है।

📖 लूका 21:28

“जब ये बातें होने लगें, तो सीधे होकर अपने सिर ऊपर उठाना; क्योंकि तुम्हारा छुटकारा निकट होगा।”



May God bless you & your Family

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