✊ अल्पसंख्यकों की पुकार: कराची से छत्तीसगढ़ तक
"Pakistan: Why Christians Are Trapped as Janitors"
11 अगस्त 2025 – कराची की सड़कों पर वो नारे गूंजे, जो पाकिस्तान की सत्ता को हिला देने चाहिए थे:
"बराबरी का हक़ दो… झूठे मुकदमे बंद करो… जबरन धर्मांतरण रोको!"
लेकिन सवाल वही पुराना — क्या कोई सुन रहा है?
या ये पुकार सिर्फ कैमरे के सामने बोलकर, अगले साल भुला देने का एक रिवाज़ बन चुकी है?
पाकिस्तान की सड़कों पर दर्द का जुलूस
इस दिन को पाकिस्तान में National Minorities Day कहा जाता है।
कराची और लाहौर में हजारों लोग निकले — YMCA ग्राउंड से सिंध असेंबली तक,
बैनर, पोस्टर, और एक सजाया हुआ ट्रक…
लेकिन ये कोई त्योहार नहीं, दर्द का जुलूस था।
पास्टर ग़ज़ाला शफ़ीक और नजमा महेश्वरी जैसे नेताओं की मांग साफ़ थी:
संविधान में ऐसी धाराएं डालो जो सिर्फ किताब में नहीं, ज़मीन पर भी अल्पसंख्यकों की रक्षा करें।
ब्लासफ़ेमी के झूठे केसों पर तुरंत ज्यूडिशल जांच हो।
जबरन धर्मांतरण और लड़कियों के अपहरण पर सख़्त सज़ा हो।
⚖ पाकिस्तान का पाखंड और ब्लासफ़ेमी का हथियार
एक तरफ अल्पसंख्यक दिवस का मंच, दूसरी तरफ ब्लासफ़ेमी कानून का डर।
अगर किसी क्रिस्टियन पड़ोसी ने तरक्की कर ली, या ज़मीन का झगड़ा हो गया —
बस इल्ज़ाम लगाओ और भीड़ जुटा लो।
2023 – जारानवाला: 26 चर्च जला दिए गए।
2024 – सरगोधा: लाज़र मसीह को पीट-पीटकर मार डाला गया।
केस? हाँ, पुलिस फोटो खिंचवाने आई थी…
इंसाफ़? वो अभी अल्लाह के हवाले है।
🇮🇳 भारत का अलग लेकिन समान खेल
भारत में ब्लासफ़ेमी कानून नहीं, लेकिन कई राज्यों में Anti-Conversion Law है।
मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ —
अगर किसी क्रिस्टियन ने किसी को प्रार्थना सभा में बुला लिया,
तो उस पर "जबरन धर्मांतरण" का केस लग सकता है।
पाकिस्तान में इल्ज़ाम "ईशनिंदा" का, भारत में "धर्मांतरण" का —
लेकिन मकसद एक ही: अल्पसंख्यक को डराना और उनके विश्वास के प्रचार को रोकना।
🚨 Forced Conversions — पाकिस्तान का सबसे बड़ा ज़ख्म
हर साल सैकड़ों नाबालिग क्रिस्टियन और हिंदू लड़कियां उठाई जाती हैं।
शादी के नाम पर इस्लाम कबूल कराया जाता है।
कोर्ट में कहा जाता है — "बेटी ने अपनी मर्ज़ी से किया है"।
हकीकत?
पिता को जान से मारने की धमकी
मां को गालियां
पूरी बस्ती को डराना
NGO रिपोर्ट: हर साल 1,000+ केस, लेकिन अदालत तक पहुँचते-पहुँचते गवाही गायब।
🧹 सफाई ही क्यों?
सोचिए — पाकिस्तान की आबादी में क्रिस्टियंस 2% से भी कम,
लेकिन नगर निगम के 80% सफाई कर्मचारी इन्हीं में से हैं।
ये कोई इत्तेफ़ाक नहीं — ये Institutional Discrimination है।
"Minorities only" लिखी भर्ती का मतलब:
अल्पसंख्यक हो? तो झाड़ू पकड़ो। वरना घर बैठो।
📜 बाइबिल की नज़र से
मत्ती 15:8 — "वे अपने होंठों से मेरा आदर करते हैं, पर उनका मन मुझसे दूर है।"
लोग कहते हैं — "हम ईसा का आदर करते हैं",
लेकिन उन्हीं के अनुयायियों को सताते हैं।
मत्ती 5:10-12 —
"धन्य हैं वे, जो धर्म के कारण सताए जाते हैं… आनन्दित और मगन हो, क्योंकि स्वर्ग में तुम्हारा प्रतिफल बड़ा है।"
लूका 6:27-28 —
"अपने बैरियों से प्रेम रखो… जो तुम्हें श्राप दें, उन्हें आशीर्वाद दो।"
🕊 हमारी ज़िम्मेदारी
अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाओ
विश्वास को छुपाओ मत
पीड़ितों का सपोर्ट बनो
सोशल मीडिया पर सच फैलाओ
चेले भी मारे गए, लेकिन सुसमाचार और फैलता गया।
आज भी — डरने का समय नहीं, खुलकर कहना का समय है:
YES, I AM A CHRISTIAN. I ACCEPT JESUS.
📢 अगर आप भी मानते हैं…
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जितना सच फैलेगा, उतना ही ज़ुल्म करने वाले बेनकाब होंगे।
और याद रखो — तुम्हारी असली पहचान इस दुनिया के पासपोर्ट से नहीं,
स्वर्ग की नागरिकता से तय होती है।