Nagaland News: Satanic worship in Nagaland? Why was the MLA stopped?

Nagaland to discuss influence of ‘devil worship’ bill 

नागालैंड में शैतान की पूजा? विधायक को रोक दिया गया है क्यों?

Nagaland to discuss influence of ‘devil worship’ bill




1966 में San Francisco, California में Anton Szandor LaVey नाम के आदमी ने दुनिया को चौंका दिया। क्योंकि उसने 30 अप्रैल, “Walpurgis Night” पर — जर्मनी की एक जादूगरी की ईद पर — एक ऑफिशियल Church of Satan की स्थापना कर दी। यूरोप में पहले से ही 30 अप्रैल की रात को चुड़ैलों और पैगन देवताओं की पूजा होती थी।

उसने कहा कि Satan बुराई का देवता नहीं है, बल्कि individual freedom (व्यक्तिगत स्वतंत्रता), rebellion (विद्रोह) और self-desires(स्वयं की इच्छाओं को पूरा करने) का प्रतीक है।

फिर 1969 में उसने “The Satanic Bible” लिखी।


Anton Szandor LaVey


इससे पहले दुनिया के हर एक देश में शैतान की पूजा करना, जादू-टोना करने वालों और चुड़ैलों को जान से मारने के क़ानून थे। और कहीं भी किसी गाँव या कस्बे में कोई ऐसा कुछ करता पकड़ा जाता तो उसे ज़िंदा जला दिया जाता था, क्योंकि शैतान की पूजा करना इंसानियत के ख़िलाफ़ और ग़ैर-क़ानूनी था।

लेकिन 1966 के इस Satanic Church का किसी ने विरोध नहीं किया। क्योंकि Anton LaVey ने शैतान को पारंपरिक “evil spirit” की तरह नहीं, बल्कि एक धार्मिक और दार्शनिक प्रतीक की तरह पेश किया।

और अमेरिका का First Amendment (संविधान) कहता है कि हर व्यक्ति को अपनी धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार है।

अमेरिका की सरकार ने इसी क़ानून का हवाला देकर इस चर्च को कभी भी ग़ैर-क़ानूनी कहकर बैन नहीं किया। इसका नतीजा ये हुआ कि इस Church of Satan को 2013 में The Satanic Temple के रूप में मान्यता मिल गई, जो अब modern Satanism का नया चेहरा बन चुका है।

the satanic temple



अब irony देखो — Anton LaVey ने शैतान को पारंपरिक “evil spirit” की तरह नहीं, बल्कि एक धार्मिक और दार्शनिक प्रतीक की तरह पेश किया था। लेकिन इस Temple of Satan के रीति-रिवाज सारे “evil spirit” वाले ही हैं। बस govt के साथ मिलकर लोगों को बेवकूफ बनाना था।

इस चर्च पर 1966 से लेकर अब तक कई संगीन आरोप लगे हैं — illegal drugs, weapons, बच्चों का sexual abuse और child & human sacrifice तक। पर USA govt कोई भी एक्शन नहीं लेती।

और यह बात सुनकर आपको झटका लग सकता है, लेकिन सच यही है कि कई बार mainstream churches और liberal theologians ने इस “Church of Satan” या “The Satanic Temple” की पैरवी की है और सपोर्ट किया है।

आज दुनिया भर में हज़ारों Satanic Temples लीगली चल रहे हैं।


Satanic Temples


🌍 Europe, अमेरिका, Canada, Australia, Germany, Finland, Chile, Norway / Sweden / Denmark, Belgium / Netherlands और बहुत सारे दूसरे देशों में।

और ये सब सिर्फ़ Temple of Satan तक ही सीमित नहीं रहा है, बल्कि दुनिया भर की governments, entertainment industry, movies, songs, TV shows, cartoons, toys, advertisements, fashion, sports — हर जगह ये शैतानी symbols आप देख सकते हैं।

आज हर जगह आप इस modern Satanism को देख सकते हैं। इसके symbols देखकर आप इसके प्रभाव को पहचान सकते हैं।

📖 बाइबिल में लिखा है कि — “उनके फलों से तुम उन्हें पहचान लोगे।”


❓पर मैं ये सब अभी आपको क्यों बता रहा हूँ?
क्योंकि अब ये सब इंडिया में भी हो रहा है।

जी हाँ, इंडिया में भी ‘Satanic Church’ चल रहे हैं!
आप सोचते होंगे कि Church of Satan सिर्फ़ America या Europe में ही है। नहीं — अब इंडिया में भी ऐसे groups और cults हैं जो खुलेआम शैतान की पूजा करते हैं, occult rituals यानी गुप्त तांत्रिक अनुष्ठान करते हैं, और black magic को modern freedom of religion का नाम दे रहे हैं।

👉 Kerala में human sacrifice के cases,
👉 Bangalore और Goa में occult parties,
👉 internet पर active satanic communities — ये सब हमारे ही देश में हो रहा है।

अब ये सिर्फ़ हॉलीवुड और बॉलीवुड की फिल्मों, किताबों या विदेश की खबरों तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के कई हिस्सों में underground तौर पर Satanic worship के clubs, groups और pseudo-churches दिखने लगे हैं।

मुंबई, दिल्ली, बैंगलोर, नागालैंड, गोवा, केरल और online websites पर भी satanic churches चलाए जा रहे हैं।


और अब ये मुद्दा सीधा Nagaland Assembly तक पहुँच चुका है, जहाँ एक bill लाया गया था “Satanic Worship Ban” करने के लिए।

31 अगस्त 2025 को नागालैंड की विधानसभा में, Naga People’s Front के विधायक Kuzholuzo Nienu ने Rule 54 के तहत नागालैंड में चल रहे satanic churches को लेकर इसे विधानसभा की कार्यसूची में शामिल करवाया।


Kuzholuzo Nienu


विधानसभा सचिवालय ने इस केस को स्वीकार किया और 2 सितंबर 2025 को इसकी सुनवाई होनी थी। उसके बाद इस तरह के satanic churches को बंद करने के लिए क़ानून बनाए जाने थे।

क्योंकि नागालैंड के चर्च और समाज के कई हिस्सों में शैतानी प्रथाओं की बढ़ती घटनाएं और युवा पीढ़ी के झुकाव की रिपोर्ट आ रही थी। कुछ underground समूह युवाओं को पैसे, gifts या vehicles देने का लालच देकर ऐसे cults में शामिल कर रहे हैं।

नागालैंड ने एक Christian state होने के नाते और बाइबिल में शैतान की पूजा न करने के आदेश को ध्यान में रखते हुए इस शैतानी ग्रुप और चर्च से लोगों को बचाने के लिए विधानसभा में bill पेश किया था।

लेकिन 2 सितंबर को इस debate को अचानक से ही बंद कर दिया गया। क्यों?
क्योंकि बीच में आ गए वहाँ के निजी चर्च और pastors।

वहाँ के कुछ चर्चों का कहना है कि “Satanic Worship” कोई structured organized religion नहीं है, बल्कि एक ritually harmful और universally condemned प्रैक्टिस है, जो पहले से ही सारे धर्मों और समाजों द्वारा खारिज की जाती है।

चर्च forums को डर है कि किसी बड़े प्लेटफ़ॉर्म (जैसे विधानसभा) पर इस मुद्दे को official importance देने से समाज में जिज्ञासा, curiosity और चर्चा बढ़ेगी — जिससे youth के बीच publicity और confusion बढ़ सकता है, उल्टा उसका रहस्य और आकर्षण और बढ़ जाएगा।

चर्च का कहना है कि “Satanic Worship” किसी कानून के नाम पर कहीं ज्यादा popular न हो जाए। इसका समाधान चर्च ही है, क्योंकि spiritual warfare चर्च का कार्यक्षेत्र है और सरकार का काम केवल law & order तक ही होना चाहिए।

चर्च को चिंता है कि young generation mislead हो सकती है और Nagaland की Christian identity कमजोर पड़ सकती है। इसलिए चर्च खुद समाज को guide करने की ज़्यादा जिम्मेदारी महसूस करता है।

मतलब कि नागालैंड के चर्च अपने आप देख लेंगे, आपको कुछ करने की ज़रूरत नहीं है।

Spiritual समाधान चर्च के पास है, कानून व्यवस्था सरकार की जिम्मेदारी है; दोनों का रोल अलग है। और चर्च नहीं चाहता कि सरकार की बहस से कोई विवाद या curiosity फैले।
इसलिए Nagaland के चर्च संसद में debate oppose कर रहे हैं।

इस matter का oppose होते ही विधानसभा में ये bill अब ठंडे बस्ते में चला गया है।


आपको क्या लगता है — जैसे California में वहाँ के mainstream churches, Satanic Church को हवा देते रहे, वैसा ही कुछ नागालैंड में भी चल रहा है? क्या कोई ऊपरी ताकतें हैं जो नागालैंड में इस bill को पास नहीं होने देना चाहतीं? हमें comments में बताइए।

क्योंकि सिर्फ़ इस वजह से इस bill पर चर्चा को रोक देना कि इसकी publicity युवाओं में बढ़ जाएगी — ये तो कोई कारण नहीं हुआ।
क्योंकि जब ऐसा bill और publicity नहीं थी, तब कौन से ऐसे satanic churches बंद हो गए थे?

कबूतर की तरह बिल्ली को देख कर गर्दन छिपा लेने से मुसीबत थोड़े ही टल जाती है।

Entertainment industry में, movies, songs, TV shows, cartoons, toys, advertisements, fashion, sports — हर जगह ये शैतानी symbols हैं। Internet पर black magic और Satanism की हज़ारों websites खुलेआम चल रही हैं। कितने ही murder cases हम इंडिया में देख रहे हैं जिनमें जादू-टोना और शैतान की पूजा सामने आती है।

ऐसे में ये कह देना कि विधानसभा में इस bill पर चर्चा करने से इसकी युवाओं में publicity बढ़ जाएगी — ये तो सही नहीं है।


👉 आपको क्या लगता है? अपने विचार comments में बताइए।
🙏 पोस्ट को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें।
चलिए फिर मिलते हैं हमारी next वीडियो में।
तब तक के लिए Thank you — May God bless you! ✝️






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