क्रिकेट के मैदान पर मिशनरी की साज़िश? |
Jemimah Rodrigues | पूरा सच
30 अक्टूबर 2025 को नवी मुंबई में हुए महिला वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराया।
इस मैच में जेमिमाह रोद्रिग्स ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए 127 रन नॉट-आउट बनाए।
उनकी इस पारी की वजह से भारत ने पहली बार—मेंस और विमेन्स, दोनों में ही—इतना बड़ा लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया और मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी।
✅ जेमिमा का इंटरव्यू और बाइबल का वचन
मैच के बाद जेमिमा रोड्रिग्स ने इंटरव्यू में कहा कि जब वो थक गई थीं और उनका शरीर जवाब देने लगा था, तब यीशु मसीह उनके लिए लड़े।
उन्होंने बाइबल का वचन निर्गमन 14:14 भी पढ़ा:
“Stand still and God will fight for you.”
(“चुपचाप खड़े रहो, और परमेश्वर तुम्हारे लिए लड़ेगा।”)
इस वचन से उन्हें बहुत ताकत मिली, और उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास था कि ऊपर वाला उनके साथ है।
✅ इंटरव्यू के बाद सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग
इंटरव्यू के बाद जेमिमा को X (Twitter) और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ट्रोल किया गया।
आरोप लगाया गया कि जेमिमा “क्रिश्चियनिटी का प्रचार” कर रही है और “लोगों का धर्मांतरण कराने की साजिश” कर रही है।
कुछ लोगों ने जेमिमा और यीशु का मज़ाक भी उड़ाया।
✅ 2024 का Khar Gymkhana विवाद
ठीक 1 साल पहले, अक्टूबर 2024 में जेमिमा के पिता इवान रोद्रिग्स पर मुंबई के प्रसिद्ध खार जिमख़ाना में आरोप लगे थे कि:
उन्होंने क्लब के हॉल और सुविधाओं का उपयोग
धार्मिक प्रार्थना सभाओं और
धर्मांतरण की मीटिंग्स
के लिए किया।
आरोप यह भी था कि उन्होंने Brother Manuel Ministries के तहत लगभग 35 धार्मिक आयोजन क्लब में किए।
क्लब के नियमों के अनुसार धार्मिक और राजनीतिक गतिविधियाँ प्रतिबंधित हैं।
इवान रोड्रिग्स ने आरोपों से इंकार किया और कहा:
प्रार्थना सभाएँ विधिवत ली गई थीं
कोई धर्मांतरण नहीं हुआ
क्लब ने कहा तो उन्होंने तुरंत मीटिंग बंद कर दी
सभी आयोजनों की पेमेंट क्लब को दी गई
लेकिन क्लब सदस्यों के दबाव के कारण AGM में उनकी जिम सदस्यता रद्द कर दी गई।
✅ मीडिया का दावा वर्सेस वास्तविक तथ्य
एक न्यूज़ चैनल ने दावा किया कि 20 अक्टूबर 2024 को जिम अध्यक्ष ने जानकारी माँगी पर इवान ने कुछ नहीं बताया।
जबकि 26 अक्टूबर 2024 का जनसत्ता आर्टिकल बताता है कि उन्होंने पूरी जानकारी दी थी, और सोशल मीडिया पर भी अपनी सफाई पोस्ट की थी।
दोनों बातें बिल्कुल विपरीत हैं।
✅ “भारत में खिलाड़ी भगवान का नाम नहीं लेते”—क्या यह सच है?
वीडियो में एक पत्रकार ने कहा:
“भारत में क्रिकेटर भगवान का नाम नहीं लेते।
पाकिस्तान में लेते हैं, पर भारत में नहीं।”
यह गलत है।
जब विराट कोहली से पूछा गया कि क्या वो पूजा-पाठ करते हैं, तो उन्होंने कहा:
“क्या मैं पूजा करने वाला दिखता हूँ?”
इसके बाद उन्हें इतना ट्रोल किया गया कि उन्हें नया वीडियो डालकर बताना पड़ा कि हाँ, मैं करता हूँ।
मंदिर में उनकी पूजा करते हुए कई वीडियो बाद में आए।
✅ क्या अपना विश्वास बोलना ‘धर्मांतरण’ है?
अपना विश्वास व्यक्त करना धर्मांतरण की साजिश नहीं कहलाता।
भारत में:
टीवी पर
अखबारों में
हर शहर में
बसों, ट्रेनों, एयरपोर्ट में
लगभग हर मीडिया में
हिंदू धर्म का प्रचार प्रसार होता है।
देश के 1000+ TV चैनलों में से लगभग हर चैनल पर धार्मिक कार्यक्रम आते हैं।
अगर प्रचार से धर्मांतरण होता, तो पिछले 75 सालों में पूरा देश बदल चुका होता।
✅ कानूनी तथ्य — Article 25
भारतीय संविधान का Article 25 कहता है:
हर व्यक्ति को अधिकार है कि वह:
किसी भी धर्म को माने
किसी भी धर्म का प्रचार करे
किसी भी धर्म का प्रसार करे
तो टीवी पर जेमिमा ने यीशु का नाम ले भी लिया,
तो भी यह कानूनी तौर पर वैध है।
✅ तो जेमिमा के पिता “आरोपों में लिप्त” कैसे?
लिप्त वह होता है जिसके खिलाफ आरोप साबित हो जाएँ—
न FIR
न पुलिस केस
न कोर्ट
न जाँच
न कोई आपराधिक रिकॉर्ड
सिर्फ क्लब ने कहा,
उन्होंने मीटिंग बंद कर दी,
फिर क्लब ने उनका मेंबरशिप रद्द कर दी।
बस।
इससे कोई “दोषी” नहीं बन जाता।
✅ जेमिमा और उसका परिवार—सताव के बीच दृढ़ विश्वास
2024 में पूरे मीडिया में उनका नाम उछाला गया।
उनकी बेइज़्ज़ती की गई।
यह सिर्फ परिवार नहीं—पूरी दुनिया में पड़ा असर।
कॅरियर खतरे में आया।
दोस्त भी खिलाफ हो गए।
पर एक चीज़ स्थिर रही—येशु में उनका विश्वास।
✅ क्या वेबसाइट पर फोटो लगाना धर्मांतरण है?
कुछ मीडिया वालों ने कहा:
“कैथोलिक कनेक्ट नाम की संस्था ने जेमिमा की इंस्टाग्राम पोस्ट वेबसाइट पर डाली—
अब इससे गरीब लोगों का धर्मांतरण होगा!”
भाई,
गरीब लोग वेबसाइट चलाते नहीं
जो चलाते हैं, वे सोचना-समझना जानते हैं
हिंदू वेबसाइट्स पर भी हिंदू क्रिकेटरों की फोटो लगती है
तो क्या वो भी किसी का धर्मांतरण कर रहे?
यह तर्क ही गलत है।
✅ येशु मसीह—धर्म बदलने के लिए नहीं, जीवन बदलने के लिए आए
येशु मसीह कोई धर्म बदलने के लिए नहीं आए।
वो जीवन बदलने आए हैं।
दुनिया के न्याय की चाबी उनके हाथ में है।
जब दुनिया का अंत होगा,
हर एक इंसान येशु के सामने खड़ा होगा,
और उनका न्याय किया जाएगा।
हर मनुष्य ने पाप किया है।
और बाइबल कहती है—
पाप की मजदूरी मृत्यु है।
पर—
जो मनुष्य अपने पापों को माने और यह स्वीकार करे कि
येशु ने उसके पापों के लिए अपना लहू बहाया,
वह पापों से साफ किया जाएगा
और अनंत जीवन पाएगा।
✅ बाइबिल क्या बताती है?
यूहन्ना 3:16
“क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया,
ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह नाश न हो,
परन्तु अनन्त जीवन पाए।”
मत्ती 28:19–20 (Great Commission)
“इसलिये तुम जाकर सब जातियों को चेला बनाओ…
और देखो, मैं जगत के अंत तक सदा तुम्हारे संग हूँ।”
प्रकाशितवाक्य 22:12, 20
“देख, मैं शीघ्र आने वाला हूँ…
हाँ, मैं शीघ्र आने वाला हूँ।”
✅ अंत में — प्रेम और प्रार्थना
आप हमें चाहे प्यार करें या नफ़रत,
लेकिन याद रखें—
येशु आपसे प्रेम करते हैं।
और हम भी आपसे प्रेम करते हैं।
उन्होंने कहा:
“अपने बैरियों से प्रेम करो,
और अपने सताने वालों के लिए प्रार्थना करते रहो।”
हम सब आपके लिए प्रार्थना करते हैं।
Thank You — May God Bless You.
आमीन।
