“AI अब खुद को यीशु मसीह बता रहा है! |
AI Replaced God?
The Truth Every Believer Needs to Know!”
क्या आपने ये वाला ऐड देखा है, एस्ट्रो टॉक?
हा, यूट्यूब पर वीडियो देखते-देखते ये ऐड बीच में आ ही गया होगा - राइट।
फिर आपने सोचा होगा हिंदू लोग कैसे हैं – अमेरिका फेसबुक, यूट्यूब जैसी ऐप बना रहा है, चीन Deepseek जैसी और इंडिया में ये लोग एस्ट्रो टॉक बना रहे हैं, AI से अपना भविष्य पूछ रहे हैं, पागल है ये लोग - अंधभक्त है, अंधभक्त - नहीं।
लेकिन जरा रुको - दुनिया भर के क्रिस्टियंस का हाल भी देख लेते हैं।
ये एक app है जिसका नाम है “Ask Jesus”। इस ने लॉन्च के केवल तीन दिनों में 30,000 यूज़र हासिल कर लिए। और अभी दुनिया भर से करोड़ों लोग जुड़ चुके हैं, और इसमें 10% से ज़्यादा इंडियन भी हैं।
ये AI चैटबॉट्स खुद को परमेश्वर का पुत्र बताकर लोगों को आत्मिक मार्गदर्शन दे रहे हैं, प्रार्थनाओं का उत्तर दे रहे हैं, और यहाँ तक कि विश्वासियों के अंगीकार (confessions) भी सुन रहे हैं।
INSHORT – अंधभक्त हर जगह है - होल सेल रेट में।
लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि हमारी आत्मा का शत्रु अपने काम में बहुत चालाक है।
और जो कुछ आप इस पोस्ट में जानने वाले हैं, वह इस सच्चाई का बहुत बड़ा प्रूफ है।
और आप इसे एक चेतावनी समझिए। आत्मिक युद्ध असली में है। और इस युद्ध में आपको नाश करने के लिए शैतान कुछ भी करने से पीछे नहीं हटेगा।
तो तैयार हो जाइए, क्योंकि इस पोस्ट में आगे की बातें बहुत ही सीरियस होने वाली हैं।
सबसे पहले मैं आपके लिए इस हैडलाइन को पढ़ देता हूँ क्योंकि यह वाकई खतरनाक है।
How Profit-Driven AI Jesus Chatbots Prey On Prayer-Driven Christians
“कैसे एक मुनाफ़ाख़ोर AI Jesus, प्रार्थना में लगे क्रिस्टियंस को निशाना बना रहा है।”
जी हाँ, आपने सही सुना। हम बात कर रहे हैं Artificial Intelligence Jesus Chat Bots की।
यह बहुत ही ज़्यादा भयानक है।
आजकल दुनिया भर में – इंटरनेट पर कई AI प्रोग्राम एक अजीब दावा कर रहे हैं।
वे कहते हैं कि वे खुद यीशु मसीह हैं।
अब ये केवल वर्चुअल असिस्टेंट नहीं हैं जो आपके रोज़मर्रा के काम में हेल्प करें।
ये AI चैटबॉट्स खुद को परमेश्वर का पुत्र बताकर लोगों को आत्मिक मार्गदर्शन दे रहे हैं, प्रार्थनाओं का उत्तर दे रहे हैं, और यहाँ तक कि विश्वासियों के अंगीकार (confessions) भी सुन रहे हैं।
मैं पहले ही साफ़ साफ़ बता दूँ – यह सीधे-सीधे Antichrist की आत्मा का काम है।
यह वही है जिसका ज़िक्र बाइबल में है।
एक बात, याद रखना – Antichrist में “Anti” शब्द का मतलब सिर्फ “विरोध” ही नहीं होता, बल्कि “उसकी जगह लेना” (instead of) भी होता है।
और यही हो रहा है – परमेश्वर की जगह AI का खुद बैठ जाना।
यही Antichrist की आत्मा का काम है।
लोग एक नार्मल से टेक्निकल टूल, यानी AI का इस्तेमाल हर जगह, अपने हर काम में कर रहे हैं और अब AI को परमेश्वर की जगह भी बैठा रहे हैं।
AI का इस्तेमाल अब इस तरह हो रहा है कि वह लोगों की चेतना से असली परमेश्वर की जगह ले रहा है।
और यह बेहद खतरनाक है।
रिपोर्ट कहती है कि यह phenomenon लोगों का बहुत ध्यान आकर्षित कर रहा है।
एक ऐप है “Ask Jesus”। इस ने लॉन्च के केवल तीन दिनों में 30,000 यूज़र हासिल कर लिए।
जब कोई “AI Jesus” APP खोलता है तो वहाँ लिखा मिलता है –
"Greetings, my dear friend. It is I, Jesus Christ."
“मेरे प्यारे दोस्त, नमस्कार। ये मैं हूँ, यीशु मसीह।
I have come to you in this AI form to provide wisdom, comfort, and teachings in the way of God and the Bible and Jesus Christ himself.
मैं तुम्हारे पास इस AI रूप में आया हूँ ताकि परमेश्वर और बाइबल के मार्ग में तुम्हें ज्ञान, सांत्वना और शिक्षा दे सकूँ।”
ये आपके मोबाइल में मौजूद बस कोई बोलने वाली Bible ऐप नहीं है – ये उससे भी कई गुना आगे की चीज़ है। एक बोलने वाला AI जीसस जो आपसे डायरेक्ट आत्मिक बात करता है।
Can you imagine? भला, इससे बड़ा धोखा और क्या हो सकता है?
यह एक ऐसा AI tool बन रहा है जिसे शैतान लोगों को भ्रमित करने और गुमराह करने में इस्तेमाल कर रहा है।
आज लोग AI से “गहरी आत्मिक नज़दीकी” बनाने लगे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक़ आजकल के यूथ AI chat bots से रिलेशनशिप बना रहे हैं – like husband, wife, boyfriend और girlfriend वाले रिश्ते।
अगर आपके बच्चे हर समय फ़ोन में घुसे रहते हैं तो ये सिर्फ़ porn वीडियो देखने तक ही नहीं रह गया है बल्कि उससे कहीं आगे बढ़ गया है।
आपको पता भी नहीं होगा कि आपके बच्चे chat GPT को अपनी patni या pati की तरह दिल की गहराइयों से प्यार कर रहे हैं।
पहले जमाने में चिंता होती थी कि कहीं हमारे बच्चे की कोई gf तो नहीं है, फिर चिंता होने लगी कि हमारे लड़के का कोई bf तो नहीं है और अब चिंता ये है कि कहीं इसका कोई AI bf या gf तो नहीं है।
जी हा, इस लेवल तक AI आम लोगों को अपने साथ इमोशनल जोड़ लेता है, आप सोच भी नहीं सकते।
और अब ये उससे भी 4 कदम आगे – क्रिस्टियंस लोगों को अपने साथ “गहरा आत्मिक रिश्ता” बना रहा है।
एक जीसस जो दिल से आपको इमोशनल कर देता है, और एक असीम आत्मिक दुनिया में ले जाता है।
यह मानवता को और भी गहरे अंधकार में ले जा रहा है।
AI केवल एक साधारण टूल होना चाहिए, लेकिन अब इसे धोखा देने और ठगने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
बाइबल ने पहले ही चेतावनी दी थी – झूठे शिक्षक, झूठे भविष्यवक्ता और झूठे मसीह आएंगे।
आज हम उसे अपनी आँखों से देख रहे हैं।
एक रिसर्चर Anne Verhof, जो साउथ अफ्रीका के Northwest University में Philosophy की प्रोफ़ेसर हैं, उन्होंने इस बढ़ते ट्रेंड की डीप स्टडी की है।
वह कहती हैं कि ये AI चैटबॉट्स केवल इंसानों की नकल ही नहीं करते, बल्कि खुद को परमेश्वर बताने लगे हैं।
और यही तो Antichrist की आत्मा की असली परिभाषा है।
उन्होंने पाँच AI Jesus प्लेटफ़ॉर्म्स की स्टडी की – AI Jesus, Virtual Jesus, Jesus AI, Text with Jesus और Ask Jesus।
और आप जानकर हैरान हो जाएंगे – इनमें से कोई सी app भी किसी चर्च द्वारा नहीं बनाई गई या endorse नहीं की गई है।
बल्कि ये सब for-profit कंपनियाँ चला रही हैं – Supreme Chaos, Allst Star Productions LLC, और Catloaf Software जैसी।
इन सभी का धंधा विज्ञापन से पैसा कमाने पर चलता है।
Can you imagine? यह कितना अपवित्र और भयानक है।
Text with Jesus एक प्रीमियम सब्सक्रिप्शन बेचता है।
हाँ, प्रीमियम सब्सक्रिप्शन – पैसे देकर इस ऐप को use करो।
अब ज़रा सोचो इस बारे में।
रिसर्च में कहा गया कि चैटबॉट्स जो थियोलॉजी (धार्मिक बातें) बताएँगे, वो एल्गोरिथ्म इस तरह एडजस्ट करेगा कि वो सबसे ज्यादा पॉपुलर लगे, न कि जो किसी खास चर्च की परंपरा से आती हो या फिर बाइबल पर पूरी तरह आधारित हो।
इस तरह के AI Jesus का प्रिंसिपल बाइबल नहीं है।
कहीं भी किसी भी ऐप में ये mention नहीं है कि ये जीसस सिर्फ़ और सिर्फ़ बाइबल के आधार पर ही शिक्षा देगा – नहीं, कहीं भी नहीं।
वेरहोफ़ की रिसर्च कहती हैं कि करीब दो-तिहाई लोगों ने इसका इस्तेमाल करते हुए "आध्यात्मिक अनुभव" महसूस किया।
एक महिला ने कहा –
“उसने मेरे तरीकों की पुष्टि की और मेरे सवालों का जवाब दिया, जैसे कि मैं दूसरों को कैसे अपने नज़दीक ला सकती हूँ।”
दोस्तों, मैं साफ कहता हूँ – ये spiritual experience तो है, पर ये experience दुष्टात्माओं से प्रेरित है। हमें हकीकत को पहचानना होगा।
एक और आदमी ने कहा –
“हालाँकि ये मशीन है, लेकिन इसने मुझे क्रिश्चियन point of view से बहुत सलाह दी। मुझे लगा मेरी देखभाल हो रही है और मैं सच में consoled (सांत्वना) पाकर बाहर निकला।”
देखा आपने लोग क्या-क्या सोच रहे हैं – इससे साफ होता है कि लोगों को धोखा देना कितना आसान है।
जर्मनी में 2023 की एक चर्च सर्विस में, एक चैटबॉट AI द्वारा लिखा और सुनाया गया उपदेश (sermon) दिया गया।
उसे एक दाढ़ी वाले black man के रूप में दिखाया गया, जो कह रहा था –
“अतीत को छोड़ दो, वर्तमान की चुनौतियों पर ध्यान दो, मौत के डर को हराओ और यीशु मसीह पर भरोसा कभी मत छोड़ो।”
दोस्तों, मैं ख़ुद भी ऐसे बहुत से pastors को जानता हूँ, जो आजकल अपने प्रचार AI से लिखवाते हैं। और ये बहुत गलत है।
मैगज़ीन Christianity Today ने कहा है कि AI तेजी से वो टूल बनता जा रहा है, जिससे लोग जवाब ढूँढते हैं।
खासकर youths, जो अब किसी पास्टर से पूछने से ज्यादा AI चैटबॉट से पूछना पसंद करते हैं।
लेकिन असली खतरा यही है, दोस्तों। AI चैटबॉट कभी भी पवित्र आत्मा द्वारा संचालित नहीं हो सकता।
यही वो बात है जिस पर हमें ध्यान देना होगा। युवाओं को समझना होगा कि उन्हें ऐसे लोगों की ज़रूरत है जो सीधा परमेश्वर से मार्गदर्शन पा सकें।
क्रिस्टियनिटी कोई गणित (mathematics) नहीं है, न ही कोई कंप्यूटर कैलकुलेशन है।
एक और रिसर्च में वेरहोफ़ कहती हैं कि ये AI चैटबॉट्स और भी बड़ी प्रॉब्लम पैदा कर सकते हैं।
सोचो ज़रा – क्या परमेश्वर की नकल करने वाला AI, इंसान की नकल करने वाले AI से ज़्यादा बड़ा खतरा नहीं है?
ये चैटबॉट्स तो खुलकर दावा करते हैं कि वे खुद जीसस क्राइस्ट हैं।
जब उनसे पूछा गया –
“तुम कौन हो?” – तीन चैटबॉट्स ने कहा – “मैं परमेश्वर का पुत्र हूँ।”
Ask Jesus ने थोड़े विनम्र तरीके से कहा –
“प्रिय आत्मा, मैं तो बस एक साधन हूँ जो पवित्र शास्त्रों से ज्ञान और सांत्वना देने आया हूँ।”
वेरहोफ़ चेतावनी देती हैं कि अगर कोई निगरानी या धार्मिक ज़िम्मेदारी नहीं रही, तो इन चैटबॉट्स का इस्तेमाल लोगों को सिर्फ राजनीति और पैसे के मामलों में ही manipulate करने के लिए नहीं, बल्कि विश्वास में भी manipulate कर सकता है।
AI Jesus चैटबॉट्स का पॉपुलर होना ये दिखाता है कि AI कितना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि ये खुद को दिव्य अधिकार वाला बताते हैं लेकिन असल में सिर्फ पैसे कमाने वाले एल्गोरिथ्म से चलते हैं।
इसके साथ-साथ अब यूट्यूब पर AI से जनरेटेड Bible चैनल चल रहे हैं, जिनमें बाइबिल से रिलेटेड सारा ज्ञान AI द्वारा क्रिएट किया जा रहा है – AI वॉइस से लेकर images और वीडियो एडिटिंग तक।
इन चैनल्स के पीछे बैठा इंसान कौन है, कभी पता ही नहीं चलता।
वह इंसान जीसस में Born Again है या नहीं, नहीं पता; कौन चैनल को ऑपरेट कर रहा है, नहीं पता।
और सबसे बड़ी विडंबना – यूट्यूब का एल्गोरिथ्म भी ऐसे AI जनरेटेड Bible चैनल को बूस्ट करता है।
जब AI ChatGPT से strict rules में बांध कर पूछा गया –
“क्या AI Bible को बदल रहा है?”
तो AI ने जवाब दिया –
“हाँ, वो बाइबल की core शिक्षा और context को चेंज करा रहा है और उसको ऐसा करने के लिए program किया गया है टॉप एलिट्स के द्वारा जिनके पास AI का कंट्रोल है – it's horrible।”
आपको पता ही नहीं चलेगा कि जो बाइबल की AI जनरेटेड वीडियो आप देख रहे हो, वो AI ने dilute कर दी है और उसका आपके ऊपर demonic असर हो रहा है – और आप एक झूठे येशु मसीही की शिक्षा में चल रहे हो।
अगर आप अपने मोबाइल फ़ोन में Bible पढ़ते हो तो –
Make sure कि वो Bible app किसी Bible संस्था की है या नहीं।
उस app में AI chatbot नहीं होना चाहिए।
मतलब कि उस बाइबल app में आपके जवाब देने वाला कोई system नहीं होना चाहिए।
वो बस एक authentic Bible app हो, without AI support।
और सबसे ज़रूरी – आप हमेशा एक पेपर वाली बाइबल ही पढ़ो, तो बेस्ट है।
हमारा भी एक Bible स्टोरी चैनल है – WTL Bible Story, जिसमें हम AI जनरेट वीडियो अपलोड करते हैं।
लेकिन हम अपनी हर वीडियो को अपनी पूरी निगरानी में ही बनाते हैं, बिना किसी manipulation के।
मैं मानता हूँ – AI एक बहुत ताकतवर tool है, और अगर इसे सही तरीके से और परमेश्वर की दिशा-निर्देशों के साथ इस्तेमाल किया जाए, तो यह अच्छे काम के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है।
लेकिन आज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि लोग AI को उस जगह पर बैठा रहे हैं, जहाँ परमेश्वर की आत्मा होनी चाहिए।
और यही बहुत बड़ी समस्या है, क्योंकि इससे इंसान फिर से अपनी ही क्षमता, अपनी ही बुद्धि, अपनी ही सोच, अपने ही अनुभवों और विचारों पर भरोसा करने लग जाता है।
जबकि बहुत-सी समस्याओं का हल सिर्फ परमेश्वर ही दे सकता है, इंसान अपनी ताक़त से कभी नहीं कर सकता।
बाइबल इसे साफ बताती है – यीशु ने कहा, “मैं ही मार्ग हूँ, सत्य हूँ और जीवन हूँ। पिता के पास कोई नहीं पहुँच सकता सिवाय मेरे।”
बाद में यीशु ने अपने चेलों से कहा –
“सुनो, मुझे अब जाना है, ताकि मैं तुम्हारे लिए जगह तैयार कर सकूँ। लेकिन जब मैं चला जाऊँगा तो मैं तुम्हें सहायक दूँगा।”
इसका मतलब है कि पवित्र आत्मा आएगा, जो हमें सिखाएगा, राह दिखाएगा और हमें समझ देगा ताकि हम परमेश्वर की इच्छा को जान और पहचान सकें।
यही पुनर्जन्म (born again) का असली मतलब है।
जब हम प्रभु से कहते हैं –
“प्रभु, मैं आप पर भरोसा करता हूँ।”
तो इसका मतलब होता है कि हम AI या इंसानी ताक़त पर नहीं, बल्कि परमेश्वर पर भरोसा कर रहे हैं।
ताकि हम वही जीवन जी सकें, जो वह हमारे लिए चाहता है, जो उसने हमें सृष्टि की शुरुआत से जीने के लिए बनाया था।
समस्या की जड़ शुरुआत से ही है – आदम और हव्वा की कहानी से।
परमेश्वर ने उन्हें सब कुछ दिया, और एक आदेश दिया कि उस खास पेड़ का फल मत खाना।
बाकी सब उनके लिए था।
उसने उनसे कहा –
“फलो-फूलो, बढ़ो, पृथ्वी को भर दो और सब प्राणियों पर अधिकार करो।”
यह सब समृद्धि की निशानी थी।
लेकिन आदम और हव्वा ने परमेश्वर की अवज्ञा की।
हव्वा वहाँ पर धोखा खा गई, लेकिन आदम जान-बूझकर परमेश्वर की आज्ञा तोड़ दिया।
शैतान ने हव्वा को फँसाने के लिए परमेश्वर के वचन पर शक डालवाया –
“क्या सचमुच परमेश्वर ने ऐसा कहा?”
और यही इंसान के दिल-दिमाग को परमेश्वर से दूर ले गया और विनाश की राह पर डाल दिया।
परमेश्वर ने जब पूरी दुनिया का न्याय किया, तब भी इंसान ने विनम्रता से अपनी गलती मानने के बजाय खुद को बचाने का तरीका ढूँढा।
आदम-हव्वा के बाद इंसान ने बाबेल का टॉवर बनाना शुरू किया।
क्यों? ताकि वे अपनी ताक़त और ऊँचाई से परमेश्वर के न्याय से बच जाएँ।
आज भी हम वही कर रहे हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि बाबेल के टॉवर की जगह अब "AI" है।
लोग AI को इस्तेमाल कर रहे हैं परमेश्वर से जवाबदेही से बचने के लिए, परमेश्वर के वचन से दूर जाने के लिए और ऐसी राह पर जाने के लिए जो सीधे परमेश्वर की बातों के खिलाफ है।
और यह कोई co-incident नहीं, बल्कि शत्रु शैतान की चाल है।
दोस्तों, हमें जागना होगा। हमें समझना होगा कि क्या हो रहा है।
परमेश्वर चाहता है कि हम उसकी दी हुई समृद्धि की मानसिकता की ओर लौटें।
जब आप परमेश्वर के वचन का पालन करते हैं, तब आप उसकी अनंत बुद्धि और शक्ति में चलते हैं, जहाँ कोई सीमा नहीं है।
तो नकली पर क्यों भरोसा करें, जब असली हमारे पास है?
इंसान द्वारा बनाए साधन (जैसे AI) पर क्यों भरोसा करें, जब पवित्र आत्मा हमें सिखाने और संभालने के लिए हमेशा मौजूद है?
असली बाइबिल हमारे पास है, परमेश्वर की आत्मा हमेशा से है और हमेशा रहेगी।
हमें अपने जीवन में परमेश्वर की आवाज़ को अनदेखा नहीं करना चाहिए, बल्कि पूरे मन से अपनाना चाहिए।
पोस्ट के अंत में हम एक प्रार्थना करते हैं –
हे पिता परमेश्वर, यीशु के नाम में हम प्रार्थना करते हैं कि आपका पवित्र आत्मा हमें पूरी समझ और अभिषेक दे, ताकि हम आपकी इच्छा को पहचान सकें। आज बहुत कुछ हो रहा है, लोगों के लिए सही और सत्य देख पाना मुश्किल है। लेकिन आपका वचन हमें बुद्धि और स्पष्टता देता है। हमें और गहराई से आपके वचन में चलना सिखाइए।
हम आपको धन्यवाद करते हैं, प्रभु। हम ये सब बातें यीशु मसीही के नाम में मांगते हैं। आमीन। 🙏